चार्ट तैयार करना (Chart Preparation)
चार्ट तैयार करना
- इंडियन रेलवे में चार्ट बनाने का क्या मतलब है ?
- चार्ट तैयार करने के दौरान सभी यात्रियों के लिए अंतिम सीट आवंटन किया जाता है। कुछ प्रतीक्षा सूची के टिकट कन्फर्म हो जाते है। सीट और कोच नंबर सभी यात्रिओं को आवंटित कर दिए जाते है जिनके भी टिकट्स का आखरी स्टेटस कन्फर्म और RAC है। जबकि पूरी तरह से वेटिंग लिस्ट ई-टिकट स्वचालित रूप से रद्द कर दिए जाते हैं। कुछ यात्रियों को भी अपग्रेड कर दिया जाता है जिसका मतलब है कि वे किसी भी अतिरिक्त शुल्क के भुगतान के बिना उच्च श्रेणी में यात्रा कर सकते हैं। चार्ट बनने के बाद पूरी तरह से कन्फर्म टिकेट्स को रद्द नहीं किया जा सकता।
- इंडियन रेलवे में चार्टिंग कब पूरी हो जाती है ?
- 12 वीं नवंबर 2015 ये लागू हुआ कि चार्ट दो बार बनेगा, गाड़ी के निर्धारित प्रस्थान समय से पहले 4 घंटे में एक बार जबकि दूसरे और अंतिम चार्ट प्रस्थान समय से 30 मिनट पहले तैयार हो जाएगा। संशोधित नियमों के अनुसार, पहले आरक्षण चार्ट तैयार होने के बाद भी, इंटरनेट पर और आरक्षण काउंटर, बर्थ की उपलब्धता के अनुसार बुकिंग की अनुमति रहेगी। सुबह जल्दी चलने वाली गाड़ियों के लिए, चार्टिंग भी रात में बनाया जा सकता है। यदि ट्रेन के रवाना होने में देरी हो रही है तो, चार्ट ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान समय के बाद, लेकिन गाड़ी के वास्तविक प्रस्थान समय से पहले तैयार किया जा सकता है।
- अगर मेरा नाम चार्ट में प्रकट नहीं होता है तो क्या करें?
- यदि यात्री का नाम चार्ट में प्रकट नहीं होता है, तो उसे ट्रेन में सफर नहीं करना चाहिए। यह इसलिए भी हो सकता है कि यात्री की टिकट कन्फर्म नहीं हुई है। यदि आपकी टिकट कन्फर्म है और फिर भी आप अपना नाम चार्ट में नहीं ढूंढ पा रहे हैं तो हो सकता है आपने कुछ गलत जानकारी देखी है जैसे की आप गलत कोच का चार्ट देख रहे हैं और बुकिंग करते समय आपने गलत गाडी का कोड या गलत दिनांक डाल दी हो आदि आदि.. ऐसे समय में किसी को गाडी के TTE बात करनी चाहिए गाडी के प्रस्थान करने से पहले।
This comment has been removed by the author.
ReplyDelete